मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी लिरिक्स Main To Ghar Ko Mandir Lyrics, Main To Ghar Ko Hi Mandir Banaungi Teerath Nahi
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी,
साँस को कौशल्या बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
जेठ मेरे को राजा राम बनाउंगी,
जिठानी को सीता बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
देवर मेरे को लक्ष्मण बनाउंगी,
दुरानी को उर्मिला बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
ननदोई मेरे को मै कान्हा बनाउंगी,
ननदी को राधा बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
राजा मेरे को मै तो विष्णु बनाउंगी,
खुद लक्ष्मी बन जाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
तीर्थ नही जाउंगी।
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी,
साँस को कौशल्या बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
जेठ मेरे को राजा राम बनाउंगी,
जिठानी को सीता बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
देवर मेरे को लक्ष्मण बनाउंगी,
दुरानी को उर्मिला बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
ननदोई मेरे को मै कान्हा बनाउंगी,
ननदी को राधा बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
राजा मेरे को मै तो विष्णु बनाउंगी,
खुद लक्ष्मी बन जाउंगी तिरथ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
Main Ghar Ko Hi Mandir Banaungi Bhajan
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी
साँस को कौशल्या बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
जेठ मेरे को राजा राम बनाउंगी
जिठानी को सीता बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
देवर मेरे को लक्ष्मण बनाउंगी
दुरानी को उर्मिला बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
ननदोई मेरे को मै कान्हा बनाउंगी,
ननदी को राधा बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
राजा मेरे को मै तो विष्णु बनाउंगी
खुद लक्ष्मी बन जाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी।
साँस को कौशल्या बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
जेठ मेरे को राजा राम बनाउंगी।
जिठानी को सीता बनाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
देवर मेरे को लक्ष्मण बनाउंगी।
दौरानी को उर्मिला बनाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
ननदोई मेरे को मै कान्हा बनाउंगी।
ननदी को राधा बनाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
राजा मेरे को मै तो विष्णु बनाउंगी।
खुद लक्ष्मी बन जाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी
साँस को कौशल्या बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
जेठ मेरे को राजा राम बनाउंगी
जिठानी को सीता बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
देवर मेरे को लक्ष्मण बनाउंगी
दुरानी को उर्मिला बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
ननदोई मेरे को मै कान्हा बनाउंगी,
ननदी को राधा बनाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
राजा मेरे को मै तो विष्णु बनाउंगी
खुद लक्ष्मी बन जाउंगी तिरथ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी।
साँस को कौशल्या बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
जेठ मेरे को राजा राम बनाउंगी।
जिठानी को सीता बनाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
देवर मेरे को लक्ष्मण बनाउंगी।
दौरानी को उर्मिला बनाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
ननदोई मेरे को मै कान्हा बनाउंगी।
ननदी को राधा बनाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
राजा मेरे को मै तो विष्णु बनाउंगी।
खुद लक्ष्मी बन जाउंगी, तिरथ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी, तीर्थ नही जाउंगी।
मै तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
ससुर मेरे को राजा दशरथ बनाउंगी,
साँस को कौशल्या बनाउंगी तीर्थ नही जाउंगी,
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी
तीर्थ नही जाउंगी।
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नहीं जाउंगी | नवरात्री स्पेशल - Main To Ghar Ko Hi Mandir Bnaugi
मैं तो घर को ही मंदिर बनाउंगी तीर्थ नहीं जाउंगी | नवरात्री स्पेशल - Main To Ghar Ko Hi Mandir Bnaugi Artist - Kajal
Singer - Sheela Kalson
Lyrics & Composing - Traditional
Music - Pardeep Panchal
Editing - K.V Sain
Label - Geet Mithas
Singer - Sheela Kalson
Lyrics & Composing - Traditional
Music - Pardeep Panchal
Editing - K.V Sain
Label - Geet Mithas