मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया

मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया

मेरी हैसियत से बढ़कर,
झोली को भर दिया है,
मेरे श्याम खाटूवाले,
तेरा शुक्रिया है।

भक्ति में हुआ मगन मैं,
विश्वास किया है तुझ पर,
कृपा से भरी निगाहें,
रहती हैं तेरी मुझ पर,
तेरी रहमतों की बारिश,
से महक रहा जिया है,
मेरी हैसियत से बढ़कर,
झोली को भर दिया है,
मेरे श्याम खाटूवाले,
तेरा शुक्रिया है।

पकड़ा है जबसे दामन,
मुझको था तू निहारा,
होकर मैं तेरा जीता,
दुनिया का बन के हारा,
तेरे नाम का प्याला,
श्रद्धा से जो पिया है,
मेरी हैसियत से बढ़कर,
झोली को भर दिया है,
मेरे श्याम खाटूवाले,
तेरा शुक्रिया है।

अपनी शरण से मुझको,
पल भी ना दूर करना,
कहे नाटी गोनियाना,
सदा सर पे हाथ धरना
तुझको मैं सारा जीवन,
अर्पण जो कर दिया है,
मेरी हैसियत से बढ़कर,
झोली को भर दिया है,
मेरे श्याम खाटूवाले,
तेरा शुक्रिया है।

मेरी हैसियत से बढ़कर,
झोली को भर दिया है,
मेरे श्याम खाटूवाले,
तेरा शुक्रिया है।
मेरी हैसियत से बढ़कर,
झोली को भर दिया है,
मेरे श्याम खाटूवाले,
तेरा शुक्रिया है।

खाटू श्याम जी फागुन मेला एक वार्षिक धार्मिक त्योहार है जो सीकर जिले के खाटू धाम में भरता है। त्योहार फागुन के हिंदू महीने में आयोजित किया जाता है, जो फरवरी और मार्च के बीच आता है।
यह त्योहार हिंदू भगवान कृष्ण के एक रूप खाटू श्याम जी को समर्पित है, जिनकी राजस्थान और भारत के अन्य हिस्सों में पूजा की जाती है। खाटू श्याम जी को न्याय और करुणा का देवता माना जाता है, और उनके भक्तों का मानना है कि वह उन्हें उनकी इच्छाएं प्रदान कर सकते हैं और उनकी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं।
फागुन मेले के दौरान, उत्सव में भाग लेने के लिए पूरे भारत से हजारों भक्त खाटू में इकट्ठा होते हैं। त्योहार में भक्ति गीत, नृत्य प्रदर्शन और धार्मिक जुलूस शामिल हैं, साथ ही भोजन स्टालों, खेलों और हस्तशिल्प के साथ एक रंगीन मेला भी शामिल है।


मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया है | SHYAM KHATUWALE | Baba Shyam Bhajan | Khushal Shankar

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