तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां लिरिक्स Tu Prem Se Odhle Pyari Lyrics, Tu Prem Se Odh Le Pyari Chunariya
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां,चुनरियां राम नाम की भली,
इस चादर की ओट तान के,
सब की नाव चली,
चुनरियां राम नाम की भली,
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां।
राम नाम की सहज चुनरियां,
दास कबीर ने ओहडी,
तुलसी दास ने ओढ़ के पाई,
राम लखन की जोड़ी,
यही चुनरियां पहन के,
मीरा निकली प्रेम गली,
चुनरियां राम नाम की भली,
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां।
जिसके सिर चादर ये सोहे,
भाग उसी का जागे,
जग का बंधन उसे न बांधे,
लग्न राम की लागे,
रोम रोम लहराये तन का,
मन की खली कली,
चुनरियां राम नाम की भली,
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां।
राम चदरियां कांधे लेके,
हनुमत सागर लांगे,
लंका चारि सिया सुधि लाये,
प्राण लखन के राखे,
राम नाम सिर मुकट,
सिरोमनि कर बजरंग बलि,
चुनरियां राम नाम की भली,
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां।
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां,
चुनरियां राम नाम की भली,
इस चादर की ओट तान के,
सब की नाव चली,
चुनरियां राम नाम की भली,
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां।
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां,
चुनरियां राम नाम की भली,
इस चादर की ओट तान के,
सब की नाव चली,
चुनरियां राम नाम की भली,
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियां।