लूट लिया चैन मेरा सावरिया
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
मुश्किल है मेरा पनघट पे जाना,
सामने बैठा वो कान्हा दीवाना,
मेरी मटकी पे मारे वो कंकरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
धूम मचा कर छुप जाता है,
माखन चुरा कर मुकर जाता है,
ऐसा नटखट है ब्रिज का वो सावरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
मुरली की धुन ने मन मेरा लूटा,
लाज शर्म के नाता छूटा,
ऐसी बैरन है कान्हा की बाँसुरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
लड़े सास और लड़े ननदिया,
ताना मारे बैरन सखियाँ,
आयी सपनो में सावरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
मुश्किल है मेरा पनघट पे जाना,
सामने बैठा वो कान्हा दीवाना,
मेरी मटकी पे मारे वो कंकरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
धूम मचा कर छुप जाता है,
माखन चुरा कर मुकर जाता है,
ऐसा नटखट है ब्रिज का वो सावरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
मुरली की धुन ने मन मेरा लूटा,
लाज शर्म के नाता छूटा,
ऐसी बैरन है कान्हा की बाँसुरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
लड़े सास और लड़े ननदिया,
ताना मारे बैरन सखियाँ,
आयी सपनो में सावरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
लूट लिया चैन मेरा सावरिया
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
मुश्किल है मेरा पनघट पे जाना,
सामने बैठा वो कान्हा दीवाना,
मेरी मटकी पे मारे वो कंकरिया,
सुन मुरली की धुन भई बाँवरिया।
Chain Mera Lut Liya Bhajan By Nandu Bhiya Ji
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं