मिलती खुशी अपार भवानी तेरे आँगन

मिलती खुशी अपार भवानी तेरे आँगन में 

मिलती खुशी अपार,
भवानी तेरे आँगन में,
हो रही जय जयकार,
भवानी तेरे आँगन में,
आँगन में तेरे आँगन में।

ऊँचे पर्वत भवन मैया का,
भवन मैया का,
भवन मैया का,
तू है पालनहार,
भवानी तेरे आँगन में,
आँगन में तेरे आँगन में,
हो रही जय जयकार,
भवानी तेरे आँगन में।

पौड़ी पौड़ी चढ़कर आऊ,
चढ़कर आऊ दर्शन पाऊं,
देना आंचल का प्यार,
भवानी तेरे आँगन में,
आँगन में तेरे आँगन में,
हो रही जय जयकार,
भवानी तेरे आँगन में।

सिंह सवारी करे महारानी,
करे महारानी करे महारानी,
बाला जी सेवादार,
भवानी तेरे आँगन में,
आँगन में तेरे आँगन में,
हो रही जय जयकार,
भवानी तेरे आँगन में।

मैं तो भक्त हूं देवी माँ का,
तेरी ही भक्ति का प्यासा,
हुआ चरणों में बलिहार,
भवानी तेरे आँगन में,
आँगन में तेरे आँगन में,
हो रही जय जयकार,
भवानी तेरे आँगन में।

मिलती खुशी अपार,
भवानी तेरे आँगन में,
हो रही जय जयकार,
भवानी तेरे आँगन में,
आँगन में तेरे आँगन में।
 



नवरात्रि भजन | मिलती खुशी अपार भवानी तेरे आँगन में | Mata Bhajan | Navratri Bhajan | Sheela Kalson
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