ऊँचे पर्वत पे बेठी वैष्णो रानी भजन
ऊँचे पर्वत पे बेठी वैष्णो रानी भजन
(मुखड़ा)
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी,
सबकी झोली भरे माता रानी,
तुम हो शारदा, लक्ष्मी, तुम भवानी,
तेरे दर की है दुनिया दीवानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(अंतरा)
तुमने ही संसार को बनाया,
ये जगत मैया तेरी ही माया,
तुम जल, थल, अम्बर में हो,
तुम ही रक्षा करो अम्बे रानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(अंतरा)
जब भी देवों पे विपदा है आई,
माँ, तुमने ही करी है सहाई,
तूने दुर्गा रूप को धर के,
दुष्टों को मिटाया भवानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(अंतरा)
जो भी भक्त तेरे दर पे आते,
मनचाही मुरादें वो पाते,
मैं भी तो हूँ शरण में तेरी,
अर्जी सुन लो अब महारानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(पुनरावृति)
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी,
सबकी झोली भरे माता रानी,
तुम हो शारदा, लक्ष्मी, तुम भवानी,
तेरे दर की है दुनिया दीवानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी,
सबकी झोली भरे माता रानी,
तुम हो शारदा, लक्ष्मी, तुम भवानी,
तेरे दर की है दुनिया दीवानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(अंतरा)
तुमने ही संसार को बनाया,
ये जगत मैया तेरी ही माया,
तुम जल, थल, अम्बर में हो,
तुम ही रक्षा करो अम्बे रानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(अंतरा)
जब भी देवों पे विपदा है आई,
माँ, तुमने ही करी है सहाई,
तूने दुर्गा रूप को धर के,
दुष्टों को मिटाया भवानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(अंतरा)
जो भी भक्त तेरे दर पे आते,
मनचाही मुरादें वो पाते,
मैं भी तो हूँ शरण में तेरी,
अर्जी सुन लो अब महारानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
(पुनरावृति)
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी,
सबकी झोली भरे माता रानी,
तुम हो शारदा, लक्ष्मी, तुम भवानी,
तेरे दर की है दुनिया दीवानी,
ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी।।
मातारानी का बहुत प्यारा भजन | ऊँचे पर्वत पे बैठी वैष्णो रानी | Unche Parvat Pe Baithi
Album: Mata Ke Bhajan
Singer : Kamlesh Mishra
Lyrics : Vishesh
Label : Brijwani Cassettes
Produced By : Sajal