धरती गाये साई राम लिरिक्स Dharati Gaye Sai Ram Lyrics
धरती गाये साई राम,अम्बर गाये साई श्याम,
धरती गाये अम्बर गाये,
नदिया गाये सागर गाये,
महिमा शिर्डी धाम की,
महिमा शिर्डी धाम की,
हर दिशा में धूम मची है,
साई तुम्हारे नाम की,
साई तुम्हारे नाम की,
धरती गाये साई राम,
अम्बर गाये साई श्याम,
धरती गाये साई राम,
अम्बर गाये साई श्याम।
तेरे धूने की भभूती को,
जो माथे धारण कर लेते,
माथे धारण कर लेते,
पाते रोगो से मुक्ति,
वो काया कुंदन कर लेते,
जो काया कुंदन कर लेते,
मिल जाती है नेहमत उनको,
मिल जाती है नेहमत उनको,
बिना मोल बिन दाम की,
बिना मोल बिन दाम की,
धरती गाये साई राम,
अम्बर गाये साई श्याम,
धरती गाये साई राम,
अम्बर गाये साई श्याम।
तेरे दर रहमतो की ही,
सदा बरसात होती है,
सदा बरसात होती है,
तेरे दर रेहमतो की ही,
सदा बरसात होती है,
वहाँ बेकार पत्थरो को,
बनाया जाता मोती है,
बनाया जाता मोती है,
तुम भक्तों को,
बाँटते दौलत,
तुम भक्तों को,
बाँटते दौलत,
सच्चे सुख आराम की,
सच्चे सुख आराम की,
सच्चे सुख आराम की,
धरती गाये साई राम,
अम्बर गाये साई श्याम,
धरती गाये साई राम,
अम्बर गाये साई श्याम।