दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ भजन

दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ भजन

(मुखड़ा)
दुर्गा है मेरी माँ,
अंबे है मेरी माँ।।

(अंतरा)
जय बोलो, जय माता दी, जय हो,
जो भी दर पे आए, जय हो,
वो खाली न जाए, जय हो,
सबके काम है करती, जय हो,
सबके दुखड़े हरती, जय हो,
मैया शेरोवाली, जय हो,
भर दो झोली खाली, जय हो,
मैया शेरोवाली, जय हो,
भर दो झोली खाली, जय हो।।
दुर्गा है मेरी माँ,
अंबे है मेरी माँ।।

पूरे करे अरमान जो सारे,
पूरे करे अरमान जो सारे,
देती है वरदान जो सारे,
देती है वरदान जो सारे,
दुर्गा है मेरी माँ,
अंबे है मेरी माँ।।

सारे जग को खेल खिलाए,
सारे जग को खेल खिलाए,
बिछड़ों को जो खूब मिलाए,
बिछड़ों को जो खूब मिलाए,
दुर्गा है मेरी माँ,
अंबे है मेरी माँ।।

(पुनरावृत्ति)
दुर्गा है मेरी माँ,
अंबे है मेरी माँ।।
 


आज शुक्रवार के दिन प्रातःकाल इस वंदना को सुनने से माता जीवन के सभी सकटों का विनाश करती हैं
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