हे मेरे घर की हेली चार लिरिक्स Hey Mere Ghar Ki Heli Lyrics
हे मेरे घर की हेली चार,मै क्यूँ राम रटण लागी,
मै क्यूँ राम रटण लागी,
मै क्यूँ राम रटण लागी।
दो बेटे मेरे लगे फ़ौज में,
जिंदगी कट रही मेरी मौज में,
मेरा घर आला थानेदार,
मै क्यूँ राम रटण लागी,
हे मेरे घर की हेली चार,
मै क्यूँ राम रटण लागी।
एक छोरा डॉक्टर एक पटवारी,
दो बहु मास्टरनी सरकारी,
तनखालेवे साठ हजार,
मै क्यूँ राम रटण लागी,
हे मेरे घर की हेली चार,
मै क्यूँ राम रटण लागी।
बिजनेस आली बहु सै म्हारी,
हे मै तो सोऊ सु फटकार,
मै क्यूँ राम रटण लागी,
हे मेरे घर की हेली चार,
मै क्यूँ राम रटण लागी।
इतनी सै मेरी ननद दुरानी,
मेरे कहे पे भरती पानी,
हे मै तो घर की थानेदार,
मै क्यूँ राम रटण लागी,
हे मेरे घर की हेली चार,
मै क्यूँ राम रटण लागी।