मेरी सुण लेवो पुकार लिरिक्स Meri Sun Levo Pukar Lyrics
कर जोड़ खड़ी तेरे द्वार पड़ी,मेरी सुण लेवो पुकार,
लीले घोड़े वाळा,
हो ज्या लीले असवार।
ताती तवसी धरती,
बऴण ऴाग्या टीबड़ा,
सारै गैऴै आयी मैं तो,
गाती तेरा काकड़ा,
मेरै पगां मं पड़ गया फाळा,
अब तो भुजा पसार।
ऊंची सी टीबड़ी पै,
देख कै अकेली नार,
ढळती सी टीबड़ी पै,
गैऴ होग्या धाड़ी चार,
च्यारूं मेर अंधेरो होग्यो,
म्हां रै बेशुमार।
ऊबी रोवै बामण री,
कोई तो बचाल्यो आज,
तेरै सामण़ै ओ ठाडा,
ऴुट रयी मेरी लाज,
अब तो पऴक उघाड़ मेरे दाता,
चाऴ पड्यो भरतार।
आयी ही बेटो ऴेवण,
सरवस दे चाली ओ,
लेकर गठजोड़ो आयी,
एकऴी चाली ओ,
है यो न्याय तेरो तो मैं भी,
चाली चुडऴो उतार।
गांव सारो बरज्यो मनै,
बरजतां आग्यी मैं,
सासु अर सुसरो जी रै,
निजरां मं छाग्यी मैं,
शरणै आयां री लाज हाथ तेरै,
रख ले ओ करतार।
कदै नीं देख्यो मैं तो,
कस्यो होवै सासरो,
प्हैऴी पोत तेरै आग्यी,
ले कै तेरो आसरो,
ऐस्यो थो कसूर के मेरो,
लेई चुनड़ी उतार।
देव तनै मानकर मैं,
आग्यी जग छोड़ कै,
ऐस्यो तो भरोसो नीं थो,
जास्यूं पऴ्ऴो झाड़ कै,
मत सोवै दातार श्याम यहां,
मच रयी घोरम धार।
दुनिया तो बोऴै सारी,
श्याम बड़ो दाता है,
रीती झोळी नै भर दे,
भाग्य विधाता है,
मेरी बरियां क्यां मं बड़ग्यो,
सुण ऴे सिरजनहार।
इतण़ी पुकार सुणी,
दीन बंधु दीनानाथ,
ऴीऴै पै चढकै चाल्यो,
नंगी तळवार हाथ,
अंजनी रो लियो लाल साथ मं,
मोर छड़ी सिरदार।
चुग चुग कै धाड़ी मारया,
अन्न धन खोस्यो जाय,
रोती बामण री हांसी,
मरयोड़ै नै दियो जिवाय,
मोर छड़ी रो झाड़ो दीन्हो,
खड्यो करयो भरतार।
मगन बामण री नाचै,
बोऴै छै जय जयकार,
सब कोई आज्यो आं रै,
सांचो छै यो दरबार,
बिगड़ी बात बणावै छै यो,
अटकी नै करता पार।
कर जोड़ खड़ी तेरे द्वार पड़ी,
मेरी सुण लेवो पुकार,
लीले घोड़े वाळा,
हो ज्या लीले असवार।