राधिका क्यों दी तुमने इजाजत

राधिका क्यों दी तुमने इजाजत

राधिका क्यों दी तुमने इजाजत,
श्याम को जाने की,
अभी कुछ देर तो रुकना था,
अभी मुरली को सुनना था।

अभी मधुबन तो निखरा था,
अभी आनंद बिखरा था,
इसी आनंद को पाने ही,
यह जीवन सारा तरसा है,
राधिका क्यों दी तुमने इजाजत,
श्याम को जाने की,
अभी कुछ देर तो रुकना था,
अभी मुरली को सुनना था।

अभी रसपान पाया था,
अभी यह प्रेम समझा था,
इसी गहरे प्रेम क्यों,
तूने बीच भूलाया है,
राधिका क्यों दी तुमने इजाजत,
श्याम को जाने की,
अभी कुछ देर तो रुकना था,
अभी मुरली को सुनना था।

अभी अब तो ना जीना है,
सिर्फ मरना तड़पना है,
श्याम संग ही धड़कन है,
श्याम ही अब, जीवन है,
राधिका क्यों दी तुमने इजाजत,
श्याम को जाने की,
अभी कुछ देर तो रुकना था,
अभी मुरली को सुनना था।

यह वृंदावन सूना है,
यह मुरली तान सूनी है,
गोपीका ग्वाल सूने है,
बृज की रज सूनी है,
कहे रश्मि सुन राधे,
तुझ बिन श्याम सुना है,
राधिका क्यों दी तुमने इजाजत,
श्याम को जाने की,
अभी कुछ देर तो रुकना था,
अभी मुरली को सुनना था।

राधिका क्यों दी तुमने इजाजत,
श्याम को जाने की,
अभी कुछ देर तो रुकना था,
अभी मुरली को सुनना था।
 


राधिका क्यों दी तुमने इजाजत# radhika kyu di tumne #स्वरचित# अद्भुत अलौकिक # #गोपियों की उल्हाना

Next Post Previous Post