ताकते रहते तुझको सांझ सवेरे, कब आओगे मोहन मेरे, कब आओगे मोहन मेरे, तेरी मस्त-मस्त बजे मुरली, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे मन का ले गई चैन, ताकते रहते तुझको सांझ सवेरे।
गोपियों के संग रास रचाया, लूट लूट कर माखन खाया, तेरी मस्त-मस्त बजे मुरली, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे मन का ले गई चैन, ताकते रहते तुझको सांझ सवेरे।
अर्जुन का तूने रथ है चलाया, गीता का भी ज्ञान सुनाया, तेरी मस्त मस्त बजे मुरली, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे मन का ले गई चैन, ताकते रहते तुझको सांझ सवेरे।
भक्तों का तूने मान बढ़ाया, भिलनी के झूठे बेरों को खाया, तेरी मस्त मस्त बजे मुरली, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे दिल का ले गई चैन, मेरे मन का ले गई चैन।