लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने लिरिक्स Luta Diya Bhandar Lyrics
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने लिरिक्स Luta Diya Bhandar Lyrics
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,कर दिया मालामाल झुंझन वाली ने,
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझन वाली ने।
जैसी जो भावना लाया,
वैसा ही फल वो पाया,
नहीं खाली उसे लौटाया,
वो मन ही मन हर्षाया,
कर दिया उसे निहाल झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझुनू वाली ने,
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझुनू वाली ने।
जो लगन लगाई सच्ची है,
उसकी नाव ना अटकी,
बेड़े को पार लगा,
नहीं देर करे वो पल भर की,
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया माला माल झुंझुनू वाली ने।
जो भी श्रृंगार सजाये,
मैया का दर्शन पाया,
वो मन ही मन हर्षाया,
नैनो में रूप सजाया,
दिया है जन्म सुधार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझुनू वाली ने,
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझुनू वाली ने।
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझुनू वाली ने,
लुटा दिया भंडार झुंझुनू वाली ने,
कर दिया मालामाल झुंझुनू वाली ने।