गंगा दशहरा स्तोत्रम लिरिक्स Ganga Dashahara Stotram Lyrics

गंगा दशहरा स्तोत्रम लिरिक्स Ganga Dashahara Stotram Lyrics

ऊँ नम: शिवायै गंगायै,
शिवदायै नमो नम:,
नमस्ते विष्णुरूपिण्यै,
ब्रह्ममूर्त्यै नमोSस्तु ते।

नमस्ते रुद्ररूपिण्यै,
शांकर्यै ते नमो नम:,
सर्वदेवस्वरूपिण्यै,
नमो भेषजमूर्तये।

सर्वस्य सर्वव्याधीनां,
भिषक्छ्रेष्ठ्यै नमोSस्तु ते,
स्थास्नुजंगमसम्भूत
विषहन्त्र्यै नमोSस्तु ते।

संसारविषनाशिन्यै,
जीवनायै नमोSस्तु ते,
तापत्रितयसंहन्त्र्यै,
प्राणेश्यै ते नमोSस्तु ते।

शान्तिसन्तानकारिण्यै,
नमस्ते शुद्धमूर्तये,
सर्वसंशुद्धिकारिण्यै,
नम: पापारिमूर्तये।

भुक्तिमुक्तिप्रदायिन्यै,
भद्रदायै नमो नम:,
भोगोपभोगदायिन्यै,
भोगवत्यै नमोSस्तु ते।

मन्दाकिन्यै नमस्तेSस्तु,
स्वर्गदायै नमो नम:,
नमस्त्रैलोक्यभूषायै,
त्रिपथायै नमो नम:।

नमस्त्रिशुक्लसंस्थायै,
क्षमावत्यै नमो नम:,
त्रिहुताशनसंस्थायै,
तेजोवत्यै नमो नम:।

नन्दायै लिंगधारिण्यै,
सुधाधारात्मने नम:,
नमस्ते विश्वमुख्यायै,
रेवत्यै ते नमो नम:।

बृहत्यै ते नमस्तेSस्तु,
लोकधात्र्यै नमोSस्तु ते,
नमस्ते विश्वमित्रायै,
नन्दिन्यै ते नमो नम:।

पृथ्व्यै शिवामृतायै च,
सुवृषायै नमो नम:,
परापरशताढ्यायै,
तारायै ते नमो नम:।

पाशजालनिकृन्तिन्यै,
अभिन्नायै नमोSस्तु ते,
शान्तायै च वरिष्ठायै,
वरदायै नमो नम:।

उग्रायै सुखजग्ध्यै च,
संजीवन्यै नमोSस्तु ते,
ब्रह्मिष्ठायै ब्रह्मदायै,
दुरितघ्न्यै नमो नम:।

प्रणतार्तिप्रभंजिन्यै,
जगन्मात्रे नमोSस्तु ते,
सर्वापत्प्रतिपक्षायै,
मंगलायै नमो नम:।

शरणागतदीनार्त
परित्राणपरायणे,
सर्वस्यार्तिहरे देवि,
नारायणि नमोSस्तु ते।

निर्लेपायै दुर्गहन्त्र्यै,
दक्षायै ते नमोSस्तु ते,
परापरपरायै च गंगे,
निर्वाणदायिनि।

गंगे ममाग्रतो भूया,
गंगे मे तिष्ठ पृष्ठत:,
गंगे मे पार्श्वयोरेधि गंगे,
त्वय्यस्तु मे स्थिति:।

आदौ त्वमन्ते मध्ये च,
सर्वं त्वं गांगते शिवे,
त्वमेव मूलप्रकृतिस्त्वं,
पुमान् पर एव हि,
गंगे त्वं परमात्मा च,
शिवस्तुभ्यं नम: शिवे।
 



गंगा दशहरा स्तोत्रम् l Ganga Stotram l Madhvi Madhukar

Latest Bhajan Lyrics
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url