गणपति को सम्मुख पायेगा लिरिक्स Ganpati Ko Sammukh Payega Lyrics
गणपति को सम्मुख पायेगा लिरिक्स Ganpati Ko Sammukh Payega Lyrics
भजन जो भाव से गायेगा,तेरा दुख दूर हो जायेगा,
देखेगा जो नयनों से मन के,
गणपति को सम्मुख पायेगा।
मन में तेरे भक्ति भाव नहीं,
गिरा आँखों पे पर्दा माया का,
तुझे प्रभु मिलन का चाव नहीं,
क्या करना ऐसी नश्वर काया का,
माया सब धरी रह जायेगी,
तन धूल हो जायेगा,
देखेगा जो नयनों से मन के,
गणपति को सम्मुख पायेगा,
भजन जो भाव से गायेगा।
मन में अपने भक्ति जगाले,
ध्यान भाव और चिंतन से,
सुख सच्चे सारे मन तू पाले,
जपे जा नाम उनका मन से,
भक्ति मन में जगा के जो तू,
नाम चिंतन मन में जगायेगा,
देखेगा जो नयनों से मन के,
गणपति को सम्मुख पायेगा,
भजन जो भाव से गायेगा।
जीवन सौंप दे चरणों में उनके,
सर्वस्व अपना अर्पण कर दे,
वैसे क्या है तेरा यहाँ रे बंदे,
सब उनका है समर्पण कर दे,
सौंप कर सब चरणों में उनके,
राजीव जीवन तेरा संवर जायेगा,
देखेगा जो नयनों से मन के,
गणपति को सम्मुख पायेगा,
भजन जो भाव से गायेगा।
भजन जो भाव से गायेगा,
तेरा दुख दूर हो जायेगा,
देखेगा जो नयनों से मन के,
गणपति को सम्मुख पायेगा।