हरि नाम धन बांटियें लिरिक्स Hari Nam Dhan Bantiye Lyrics
हरि नाम धन बांटियें लिरिक्स Hari Nam Dhan Bantiye Lyrics
हरि नाम धन बांटियें,हरि नाम धन सिंचिये,
हरि नाम धन चाखिये,
हरि नाम धन लीजिये।
सबसे ऊंचा नाम हरि का,
इससे ऊंचा और नहीं,
माया को तो चोर लागे,
इस धन को चोर नहीं,
हरि नाम धन बांटियें,
हरि नाम धन सिंचिये,
हरि नाम धन चाखिये,
हरि नाम धन लीजिये।
शामों सुबहा ध्यान हरि का,
थामे अपनी डोर वही,
हरि प्रेम चखा हो जिसने,
भाए कुछ भी और नहीं,
हरि नाम धन बांटियें,
हरि नाम धन सिंचिये,
हरि नाम धन चाखिये,
हरि नाम धन लीजिये।
हरि नाम धन ऐसो धन,
जो बांटे सो गुना बढ़ जाये,
जो रिताने तुम चलो,
ये धन रीत ही ना पाये,
हरि नाम धन बांटियें,
हरि नाम धन सिंचिये,
हरि नाम धन चाखिये,
हरि नाम धन लीजिये।