मेहरबां आ गया है मेहरबानी लुटाने

मेहरबां आ गया है मेहरबानी लुटाने

मेहरबां आ गया है,
मेहरबानी लुटाने,
मेहरबां आ गया है,
मेहरबानी लुटाने,
आयो लूटो दीवानों,
रहमतों के खजाने,
मेहरबा आगया है।

फिर ना वापस गया वो,
जो यहां आ गया है,
खुशियां दोनों जहां की,
दर तेरे पा गया है।

प्रीति की ऐसी छड़ी,
सतगुरु आई बरसाने,
प्रीति की ऐसी छड़ी,
सतगुरु आई बरसाने,
आयो लूटो दीवानों,
रहमतों के खजाने,
मेहरबां आ गया है।

तेरे आने से पहले,
माया के थे अंधेरे,
तूने आकर उजाले,
कर दिए हैं सवेरे,
तेरी खुशबू से दाता,
आज महके वीराने,
तेरी खुशबू से दाता,
आज महके वीराने,
आयो लूटो दीवानों,
रहमतों के खजाने,
मेहरबां आगया है।

तेरे वचनों से निकली,
ज्ञान की ऐसी धारा,
धरती लहरा उठी है,
झूमे आकाश सारा।

गुनगुनाने लगी,
हर दिशाएं तराने,
गुनगुनाने लगी हर,
दिशाएं तराने,
आयो लूटो दीवानों,
रहमतों के खजाने,
मेहरबां आ गया है,
मेहरबानी लुटाने,
आयो लूटो दीवानों,
रहमतों के खजाने,
मेहरबां आ गया है।
 


Meharban Aa Gya | By Radhika Gargi | Art of Living Bhajan 2023 | Sri Sri Ravi Shanker Ji

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