समझा ले अपने कान्हा को भजन

समझा ले अपने कान्हा को भजन

समझा ले अपने कान्हा को
री मोहे छेड़े रोज डगरिया में
बागन में वह मुझे बुलावे
मालिन से ठाडो बतलावे
हस हस के वाते नैना लड़ाव
 मेरे कर गयो घाव जीगरवा में
जमुना तट पर मुझे बुलावे
धोबिन से ठाडो बतलावे
चीर चुराए कदम पर चढ़ गया
मेरी कर गयो छेद चुनरिया में
मधुबन में वह मुझे बुलावे
सखियों से ठाडो बतलावे
ऐसो मारो झटका मेरी आई गई मोच कलाइयां में
गलियन में वह मुझे बुलावे
ग्वाल बाल संग ठाडो पावे
नाली में कंकड़ मारो मेरे लग गई कीच चुनरिया में ।
 




|| समझा ले अपने कान्हा को || SAMJHA LE APNE KANHA KO ||

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