सांसों की माला से सिमरु मैं तेरा नाम
सांसों की माला से सिमरु मैं तेरा नाम
सांसों की माला से,सिमरु मैं तेरा नाम,
अपने मन की मैं जानू,
और पी के मन की राम,
सांसों की माला से,
सिमरु मैं तेरा नाम।
प्रेम के रंग में ऐसी डूबी,
एक ही रूप,
प्रेम की माला जपते जपते,
आप बनी में श्याम,
सांसों की माला से,
सिमरु मैं तेरा नाम।
प्रीतम का कुछ दोष नहीं है,
वो तो है निर्दोष,
अपने आप से बातें करते,
हो गई मैं बदनाम,
सांसों की माला से,
सिमरु मैं तेरा नाम।
सांसों की माला से,
सिमरु मैं तेरा नाम,
अपने मन की मैं जानू,
और पी के मन की राम,
सांसों की माला से,
सिमरु मैं तेरा नाम।
Sanso Ki Mala Se | By Radhika Gargi | Sri Sri Ravi Shankar | Art of Living Bhajan 2023