विनती सुनिये नाथ हमारी

विनती सुनिये नाथ हमारी

विनती सुनिये नाथ हमारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी,
हृदयष्वर हरी हृदय बिहारी,
हृदयष्वर हरी हृदय बिहारी,
मोर मुकुट पीतांबर धारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी।

जनम जनम की लगी लगन है,
साक्षी तारो भरा गगन है,
गिन गिन स्वास आस कहती है,
आएँगे श्री कृष्ण मुरारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी।

सतत प्रतीक्षा अपलक लोचन,
हे भव बाधा बिपति बिमोचन,
स्वागत का अधिकार दीजिए,
शरणागत है नयन पुजारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी।

और कहूं क्या अंतर्यामी,
तन मन धन प्राणो के स्वामी,
करुणाकर आकर के कहिए,
स्वीकारी विनती स्वीकारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी।

विनती सुनिये नाथ हमारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी,
हृदयष्वर हरी हृदय बिहारी,
हृदयष्वर हरी हृदय बिहारी,
मोर मुकुट पीतांबर धारी,
विनती सुनिये नाथ हमारी।
 


vinati suniye nath hamari

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