हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें रखना
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें रखना
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,रखना करूणा की छाँव में,
काँटा भी ना चूभने देना कभी,
कष्टों का हमारे पाँवो में,
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में।
हमको ना कभी परखना तुम,
प्रभु दृष्टि दया की रखना तुम,
जग सागर पार करा देना,
बैठा के सुखो की नावों में,
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में।
सब आपके है कोई गैर नहीं,
तुम रखते किसी से बैर नहीं,
प्रभु आप के नाम का डंका तो,
बजता है सभी दिशाओ में,
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में।
शुभ चरण जब आप आते हो,
मन भक्त का जित के जाते हो,
वो रुकना सके बुलाते है,
जिसे आप शिगनापुर गाँव में,
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में।
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में,
काँटा भी ना चूभने देना कभी,
कष्टों का हमारे पाँवो में,
हे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें,
रखना करूणा की छाँव में।
सुबह सुबह इस भजन के सुनने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और कष्टों को मिटाते हैं| हे सूर्य पुत्र शनि