मालिक हो तुम मेरे भूलूं ना आभार भजन
मालिक हो तुम मेरे,
भूलूं ना आभार तेरा,
तुमसे ही जीवन है,
तुम ही आधार मेरा।।
मेरे शीश के दानी की,
हर बात निराली है,
हारे को जिताने की,
ये रीत पुरानी है,
जहाँ ज्योत जगे इनकी,
वहाँ श्याम बसे मेरा,
मालिक हो तुम मेरे,
भूलूं ना आभार तेरा।।
तुझसे उम्मीद मुझे,
तेरा ही सहारा है,
बिन तेरे जीवन में,
कोई ना हमारा है,
स्वार्थ की दुनिया में,
तू ही सच्चा यार मेरा,
मालिक हो तुम मेरे,
भूलूं ना आभार तेरा।।
खाटू ना बुलाते तो,
मैं निराश ही रह जाता,
सेवा में ना लेते गर,
ना पहचान बना पाता,
इस "अमन" को अपनाकर,
तूने सिर पर हाथ फेरा,
मालिक हो तुम मेरे,
भूलूं ना आभार तेरा।।
मालिक हो तुम मेरे,
भूलूं ना आभार तेरा,
तुमसे ही जीवन है,
तुम ही आधार मेरा।।
Malik - Anil Sharma (Official Video) | मालिक | Tum Malik Ho | Shyam Bhajan