जय सियाराम जय जय राम
जय सियाराम जय जय राम
वैदेही संग राम विराजे,कानन कुंडल अति साजे,
हनुमत चरनन में विराजे,
रामधुन सब जग ने बाजे,
हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता,
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता,
सिय के हिय में बसे हैं राम,
जय सियाराम जय जय राम।
मैं विष्णु जी में राम देखु,
सिया में देखु लक्ष्मी मैंया,
सियाराम दोउ कहाये,
भवसागर के खेवैया,
तुम्ही हो विष्णु के अवतारी,
हर कण में राम साजे,
वैदेही संग राम विराजे,
कानन कुंडल अति साजे,
हो जाकी रही भावना जैसी,
प्रभु मूरति देखी तिन तैसी,
सिय के हिय में बसे हैं राम,
जय सियाराम जय जय राम।
काहे व्यर्थ चिंतन में मन,
होबे वही जो चाहेगे राम,
भजता जा तू राम का नाम,
करता जा तू अपना काम,
जितना राम में मन लगाओ,
मनवा होवे तरो ताजे,
वैदेही संग राम विराजे,
कानन कुंडल अति साजे,
होइहि सोइ जो राम रचि राखा,
को करि तर्क बढ़ावै साखा,
सिय के हिय ने बसे हैं राम,
जय सियाराम जय जय राम।
Jai Siya Ram Jai Jai Siya Ram | Bhagwan Ram ke Bhajan | Beautiful Morning Hindi Bhajan