कान्हा खड़े मधुबन में हँसे मन मन में लिरिक्स Kanha Khade Madhuvan Me Lyrics
कान्हा खड़े मधुबन में हँसे मन मन में लिरिक्स Kanha Khade Madhuvan Me Lyrics
कान्हा खड़े मधुबन में,हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।
कान्हा के माथे पे,
मुकुट विराजे,
मुकुट में हीरे मोती जड़ के,
फूलों से गला भर के,
राधा के घर जाना है,
कान्हा खड़े मधुबन में,
हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।
कान्हा के कानों में,
कुंडल विराजे,
कुंडल में हीरे मोती जड़ के,
फूलों से गला भर के,
राधा के घर जाना है,
कान्हा खड़े मधुबन में,
हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।
कान्हा के गले में,
वैजन्ती माला,
वैजन्ती में हीरे मोती जड़ के,
फूलों से गला भर के,
राधा के घर जाना है,
कान्हा खड़े मधुबन में,
हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।
कान्हा के हाथों में,
कंगन सोहे,
कंगन में हीरे मोती जड़ के,
फूलों से गला भर के,
राधा के घर जाना है,
कान्हा खड़े मधुबन में,
हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।
कान्हा के कमर में,
करधनी विराजे,
करधनी में हीरे मोती जड़ के,
फूलों से गला भर के,
राधा के घर जाना है,
कान्हा खड़े मधुबन में,
हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।
कान्हा के पैरो में,
पायल सोहे,
पायल में हीरे मोती जड़ के,
फूलों से गला भर के,
राधा के घर जाना है,
कान्हा खड़े मधुबन में,
हँसे मन मन में,
राधा के घर जाना है।