मुक्ति का कोई तू जतन कर ले
मुक्ति का कोई तू,
जतन कर ले,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का,
भजन कर ले।
भक्ति करेगा तो,
बड़ा सुख पायेगा,
भक्ति से आत्मा का,
मैल छुट जायेगा,
आत्मा के साथ साथ,
मन कर ले,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का,
भजन कर ले।
संगत कर अच्छे,
लोगों की,
दवा मिल जायेगी,
सब रोगों की,
जिन्दगी को अपनी,
चमन कर लें,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का,
भजन कर ले।
जग के अंधेरे से,
बाहर निकलकर,
य़े बन्दे तु हरि गुण गाकर,
आत्मा से हरि का,
मिलन कर लें,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का,
भजन कर ले।
मुक्ति का कोई तू,
जतन कर ले,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का,
भजन कर लें,
रोज थोड़ा थोड़ा हरि का,
भजन कर ले।
Mukti Ka Koi Tu Jatan Kar Le | मुक्ति का कोई तू जतन कर ले | Hit Satsangi Bhajan 2020 | Guru Bhajan