सब फुल तोड़ लाओ

सब फुल तोड़ लाओ

सब फुल तोड़ लाओ,
हर गुलसितां से आज,
उतरी नजात मेरी है,
आसमां से आज।

हैरत में जमाना,
ये देखकर सभी,
तारे के तेज लोहे क्यों,
कहे के शान से आज,
उतरी नजात मेरी है,
आसमां से आज।

चरनी में लेके आया,
कसरत की जिंदगी,
जीवन का राज पूछो,
उस राजदां से आज,
उतरी नजात मेरी है,
आसमां से आज।

जिसकी सलामती के,
चर्चे हुए है आम,
आया हूँ मैं भी मिलने,
उस मेहरुबां से आज,
उतरी नजात मेरी है,
आसमां से आज।
 


New Christmas song 2022 | Sab Phool Tor Lao || Tabita Shahbaz | Anna Shahbaz | Noreen | Daud Shahbaz
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