तुम पग पग पर समझाते
तुम पग पग पर समझाते
तुम पग पग पर समझाते,हम फिर भी समझ न पाते,
ये कैसा दोष हमारा,
हम गलती करते जाते।
नादानी जी को जलाये,
व्याकुलता बढ़ती जाये,
बैरी मोहन मन मेरा,
मुझे क्या क्या रंग दिखाये,
रंगो के रंगमहल में,
हमे नित नये सपने आते।
प्रभु निश्चय अटल बना दे,
विश्वास का रंग चढा दे,
गुण गाऊंगा मैं तेरा,
मेरे सारे दोष मिटा दे ,
निर्बलता से मैं हारा,
मुझे क्यो न सबल बनाते।
प्रभु हार गया अब आओ,
मुझे आकार सबल बनाओ,
दामन असुवन से भीगा,
नंदू यु न अजमाओ,
है शर्म प्रभु हमें खुद पर,
हम फिर भी चलते जाते।
|| तुम पग पग पर समझते || SANJU SHARMA || LIVE BHAJAN || FULL HD ||