हिंग्वाली अन्वार तेरि हंस की सवारी मैय्या हंस की सवारी। तू हमरी ज्ञानदात्री हम त्यारा पुजारी मैय्या हम त्यारा पुजारी। बुद्धि दी दिए मति दि दिए माँ सरस्वती दैण ह्वै जाए। तेरि कृपा की चाह में , छूं सच्चाई की राह में ,छूं सुण ले माँ पुकार। जाति धर्म छोडि छाड़ि, नक विचार छोडि छाडि, भल दिए विचार। ध्यान धरिए भल करिए माँ सरस्वती दैण ह्वै जाए, श्वेत हंस, श्वेत कमल, श्वेत माला मोती। एक हाथ में वीण छाजि रै एक हाथ में पोथी। झोली भरिए ,पार करिए माँ सरस्वती दैण ह्वै जाए,
मन को अन्ध्यार मिटाए , ज्ञान को दीपक जलाए ज्ञान को दीपक। तेरि करछूं मैं विनती , मेरि धरिए लाज मैय्या मेरि धरिए लाज। ज्ञान दी दिए विवेक दी दिए मां सरस्वती दैण ह्वै जाए।
गढ़वाली में सरस्वती वंदना , नमो भगवती मां सरस्वती प्रार्थना
नमो भगवती मां सरस्वती यनू ज्ञान कू भंडार दे, पढ़ी- लिखीं हम अग्नै बढ़ जऊं श्रेष्ठ बुद्धि अपार दे। नमो भगवती मां सरस्वती,
Himanchal Folk Song Lyrics in Hindi with Hindi meaning
कर सकूं हम मनुज सेवा बुद्धि दे विस्तार दे। जाति धर्म से ऐंच हो हम मां यनु व्यवहार दे। अज्ञानता का कांडा काटी ज्ञान की फुलारी दे। पढ़ी-लिखीं हम अग्नै बढ़ जाऊं श्रेष्ठ बुद्धि अपार दे। नमो भगवती मां सरस्वती,
जिकुड़ा माया, कठोर काया
मन म सुच्चा विचार दे। क्षमा, दया मन मा , बड़ों का आदर सत्कार दे। हे हंस वाहिनी सरस्वती भव सिंधु पार उतार दे। पढ़ी-लिखी हम अग्नै बढ़ जऊं श्रेष्ठ बुद्धि अपार दे। नमो भगवती माँ सरस्वती,
दुर्व्यसनु का दैंत माता खैंचणा चौंदिशु बिटी। यानी दे बुद्धि, ताकत हमू तै, आव न जू रिंगी रिटी। हे कमलआशनी, वीणा वादिनी प्रेम कू संसार दे। पढ़ी-लिखी हम अग्ने बढ़ जऊं श्रेष्ठ बुद्धि अपार दे। नमो भगवती मां सरस्वती
कुमाऊनी प्रार्थना (देनी हे जाए मां सरस्वती)||Anandi Academy GHIROLI BAGESHWAR।।