गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम लिरिक्स Gagan Ude Hanuman Lyrics
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम लिरिक्स Gagan Ude Hanuman Lyrics
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम,गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम।
पहली बार उड़े बचपन में
संकट आन पड़ा त्रिभुवन में,
पहली बार उड़े बचपन में,
संकट आन पड़ा त्रिभुवन में,
रवि हुए हैरान बोलो राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम।
दूसरी बार समुद्र को लांघे,
लंका के अंदर में झांके,
दूसरी बार समुद्र को लांघे,
लंका के अंदर में झांके,
असुर हुए हैरान बोलो राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम।
तीसरी बार उड़े पर्वत पर ,
संजीवनी लाए क्षणभर में,
तीसरी बार उड़े पर्वत पर ,
संजीवनी लाए क्षणभर में,
लखन को आ गई जान,
बोलो राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोली राम सिया राम।
अजर अमर हो संकटमोचन,
शनिवार मंगल को मंगल,
अजर अमर हो संकटमोचन,
शनिवार मंगल को मंगल,
तुम सब गुण के खान,
बोलो राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोलो राम सिया राम,
गगन उड़े हनुमान बोलो राम सिया राम।
गगन उड़े हनुमान बोलो राम सिया राम Gagan Udde Hanuman Bolo Ram Siya Ram
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