कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो
कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो
कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो,सेवा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो,
मोहे करुणाकर दीजो,
सेवा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो।
हरपल सुमिरण सन्तोरि पूजा,
दर्शन दे सुध लीजो,
कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो,
सेवा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो।
हर क्षण समता मानव सेवा,
सरस सरल मन कीजो,
कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो,
सेवा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो।
घट घट देखूँ थारो ही वासा,
अर्पण भावने लीजो,
कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो,
सेवा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो।
भजन - कृपा रे थारी मोहे करुणाकर दीजो || वैदिक चैनल || Vedic Channel