तीन बार भोजन भजन इक बार Saroj Jangir तीन बार भोजन भजन इक बारतीन बार भोजन,भजन इक बार,उसमे भी आते है,विघ्न हजार।मन करता है मैं,गंगा नहाऊँ,गंगा नहाऊँ,मैं जमुना नहाऊँ, गंगा जाते जाते मुझको,आ गया बुखार,उसमे भी आते है,विघ्न हजार।मन करता है मैं,दर्शन को जाऊँ,दर्शन को जाऊँ मैं,माला जप आऊँ, New Bhajan 2023 माला जपते जपते देखो,आ गए रिश्तेदार,उसमे भी आते है,विघ्न हजार।मन करता है मैं,दान कर आऊँ,दान कर आऊँ मैं,धरम कर आऊँ, बड़ा है परिवार,देता ना कोई उधार,उसमे भी आते है,विघ्न हजार।मन करता है मैं,कथा सुन आऊँ,कथा सुन आऊँ में,गीता पढ़ आऊँ,गीता पढ़ते पढ़ते,नींद आ गई कई बार,उसमे भी आते है,विघ्न हजार। तीन बार भोजन और भजन एक बार उसमे भी आते है झंझट हजार।।भजन।। bhajan.