आय हैं सो जाएँगे राजा रंक फकीर हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

आय हैं सो जाएँगे राजा रंक फकीर हिंदी मीनिंग Aaye Hain So Jayenge Meaning : kabir ke Dohe Hindi Meaning

आय हैं सो जाएँगे, राजा रंक फकीर।
एक सिंहासन चढ़ि चले, एक बँधे जात जंजीर॥

Aaye Hain So Jayenge, Raja Rank Fakir,
Ek Singhasan Chadhi Chale, Ek Bandhe Jaate Janjir
 
आय हैं सो जाएँगे राजा रंक फकीर हिंदी मीनिंग Aaye Hain So Jayenge Meaning

कबीर के दोहे के शब्दार्थ Kabir Doha Word Meaning in Hindi

  • आय हैं : जिसने भी जन्म लिया।
  • सो जाएँगे : वे एक रोज चले जायेंगे, मृत्यु को प्राप्त होंगे.
  • राजा रंक फकीर : भले ही वह राजा हो, भिखारी (रंक) हो या फ़कीर ही क्यों ना हो।
  • एक सिंहासन चढ़ि चले : एक तो अपने कर्मों के कारण सिंघासन पर बैठकर यमलोक जाता है।
  • एक बँधे जात जंजीर : एक दुष्कर्मों के कारण जंजीरों से बंधता है।
  • आय हैं : जिसने भी जन्म लिया।  "They have come: those who have taken birth." सो जाएँगे : वे एक रोज़ चले जाएँगे, मृत्यु को प्राप्त होंगे। "They will depart: they will leave one day, having attained death."
  • राजा रंक फकीर : भले ही वह राजा हो, भिखारी (रंक) हो या फ़कीर ही क्यों ना हो। "King, nobleman, or beggar, even if one is a king, nobleman, or a beggar."
  • एक सिंहासन चढ़ि चले : एक तो अपने कर्मों के कारण सिंहासन पर बैठकर यमलोक जाता है। "Climbing onto the throne due to one's actions, one goes to the realm of Yama (death)."
  • एक बँधे जात जंजीर : एक दुष्कर्मों के कारण जंजीरों से बंधता है। "One gets bound with chains due to wrongful actions."

कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ / भावार्थ Kabir Doha Hindi Meaning

हिन्दी मे इसके अर्थ- कबीर साहेब का कथन है की जो आये हैं वे एक रोज जायेंगे भी। भले ही वह राजा हो रंक हो या फ़कीर ही क्यों ना हो। जो भी व्यक्ति इस संसार में आता है चाहे वह अमीर हो या फिर गरीब हो वह आखिरकार, इस दुनिया से चला जाता है। एक व्यक्ति को धन-दौलत मिलती है जबकि दूसरा जात-पात की जंजीरों में जकड़ा रहता है, इन जंजीरों से व्यक्ति तभी मुक्त होगा जब वह भक्ति मार्ग पर हृदय से भक्ति करेंगे।  इस दोहे में कबीरदास जी ने मृत्यु को एक अटल सत्य के रूप में बताया है. वे कहते हैं कि इस संसार में जो आया है, उसे एक दिन अवश्य जाना पड़ेगा, चाहे वह राजा हो, फकीर हो या भिखारी. सभी को एक ही अंत की ओर जाना है, चाहे उनकी स्थिति कुछ भी हो.
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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