हारा वाला साडे ते दयाल हो गया लिरिक्स Harawaleya Sade Te Dayal Lyrics
हारा वाला साडे ते दयाल हो गया लिरिक्स Harawaleya Sade Te Dayal Lyrics
देओ जी बधाईयाँ कमाल हो गया,हारां वाला साडे ते दयाल हो गया,
देओ जी बधाईयाँ कमाल हो गया,
हारां वाला साडे ते दयाल हो गया।
सुखां नाल भरी जाये सब दियाँ झोलियाँ,
अवगुण कदे वी किसे दे ना खोलदा,
जेड़ा आया दर ते मालों माल हो गया,
साडा हारां वाला साडे ते दयाल हो गया।
भक्ति दे रंग विच सबनूँ रंगदा,
दात लुटाये खेले प्रेम वाली होलियाँ,
पीला रंग चेहरे दा लाल हो गया,
साडा हारां वाला साडे ते दयाल हो गया।
देओ जी बधाईयाँ कमाल हो गया,
हारां वाला साडे ते दयाल हो गया,
देओ जी बधाईयाँ कमाल हो गया,
हारां वाला साडे ते दयाल हो गया।
हारा वाला साडे ते दयाल हो गया (Bhajan with lyrics ) | SSDN bhajan
कृष्ण और मुरली, पीताम्बर मोर पंख, ये तीन चीजें श्री कृष्ण के साथ हमेशा जुड़ी रहती हैं।
मुरली कृष्ण की प्रिय वस्तु थी। वे अक्सर मुरली बजाते थे, और उनकी मुरली की धुन सुनकर गोपियाँ आकर्षित हो जाती थीं। कृष्ण की मुरली को प्रेम और आनंद का प्रतीक माना जाता है।
पीताम्बर कृष्ण का प्रिय रंग था। वे हमेशा पीताम्बर पहनते थे। पीताम्बर को ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है।
मोर पंख कृष्ण के मुकुट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। माना जाता है कि मोर पंख राधा के प्रेम का प्रतीक है।
इन तीन चीजों के अलावा, कृष्ण को अक्सर एक बांसुरी के साथ भी चित्रित किया जाता है। बांसुरी को भी प्रेम और आनंद का प्रतीक माना जाता है।
कृष्ण के साथ जुड़ी इन चीजों का अर्थ है कि वे प्रेम, आनंद, ज्ञान और आध्यात्मिकता के देवता हैं।
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मुरली कृष्ण की प्रिय वस्तु थी। वे अक्सर मुरली बजाते थे, और उनकी मुरली की धुन सुनकर गोपियाँ आकर्षित हो जाती थीं। कृष्ण की मुरली को प्रेम और आनंद का प्रतीक माना जाता है।
पीताम्बर कृष्ण का प्रिय रंग था। वे हमेशा पीताम्बर पहनते थे। पीताम्बर को ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है।
मोर पंख कृष्ण के मुकुट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। माना जाता है कि मोर पंख राधा के प्रेम का प्रतीक है।
इन तीन चीजों के अलावा, कृष्ण को अक्सर एक बांसुरी के साथ भी चित्रित किया जाता है। बांसुरी को भी प्रेम और आनंद का प्रतीक माना जाता है।
कृष्ण के साथ जुड़ी इन चीजों का अर्थ है कि वे प्रेम, आनंद, ज्ञान और आध्यात्मिकता के देवता हैं।
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