बैयां पकड़ गुरुदेव री लिरिक्स Baiya Pakad Gurudev Ree Lyrics
बैयां पकड़ गुरुदेव री लिरिक्स Baiya Pakad Gurudev Ree Lyrics
बैयां पकड़ गुरुदेव री,हो जावेगो भवपार रे,
भवसागर गहरो घणो,
गुरु बिन नहीं उतरे पार।
रोम रोम में सुमिरण करतो,
गाइजे हरि रो नाम रे,
वेद- सुरतियाँ गावे रे,
प्रभु आसी थारे काम,
बैयां पकड़ गुरुदेव री।
गुरुदेव रो हर एक वाक्य,
मान तू ब्रहम रो आप रे,
आप्तवचन तू जान ले,
गुरु मुखसू जो निकले आज,
बैयां पकड़ गुरुदेव री।
विधि निषेध को धारण करके,
करने हरजे एक काम रे,
फिर धोखो नाहीं खावे रे,
यो जीवन को है सार,
बैयां पकड़ गुरुदेव री।
गन्तव्य मर्त्तव्य और,
मन्तव्य रो रखजे ध्यान रे,
साध्य साधना साधन है,
सर्वस्व समर्पण नाथ,
बैयां पकड़ गुरुदेव री।