ओ राधे रास बिहारी जी,
आओ जी,
ओ मोहन कृष्ण मुरारी जी,
आओ जी।
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
शबरी के बेर,
सुदामा के तंदुल,
शबरी के बेर,
सुदामा के तंदुल,
रूचि रूचि,
भोग लगाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
दुर्योधन का मेवा त्यागा,
साग विदुर घर,
पाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ओ राधे रास बिहारी जी,
आओ जी,
ओ मोहन कृष्ण मुरारी जी,
आओ जी।
द्रोपदी सखी की,
जैसे विपदा तारी,
भंडारा मेरा भी,
भर जाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी भोग,
लगाओ रसिया।
ऐसा भोग लगाओ,
मेरे प्रभुजी,
सब अमृत कर,
जाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
चांदी की छार में,
गंगा का जल,
रूचि रूचि आचमन,
करो जी रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
ओ राधे रास बिहारी जी,
आओ जी,
ओ मोहन कृष्ण मुरारी जी,
आओ जी।
चुना कथ्था,
और इलायची,
रूचि रूचि,
पान चबाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
ओ मोहन कृष्ण मुरारी जी,
आओ जी।
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
शबरी के बेर,
सुदामा के तंदुल,
शबरी के बेर,
सुदामा के तंदुल,
रूचि रूचि,
भोग लगाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
दुर्योधन का मेवा त्यागा,
साग विदुर घर,
पाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
बृज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ओ राधे रास बिहारी जी,
आओ जी,
ओ मोहन कृष्ण मुरारी जी,
आओ जी।
द्रोपदी सखी की,
जैसे विपदा तारी,
भंडारा मेरा भी,
भर जाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी भोग,
लगाओ रसिया।
ऐसा भोग लगाओ,
मेरे प्रभुजी,
सब अमृत कर,
जाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
चांदी की छार में,
गंगा का जल,
रूचि रूचि आचमन,
करो जी रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
ओ राधे रास बिहारी जी,
आओ जी,
ओ मोहन कृष्ण मुरारी जी,
आओ जी।
चुना कथ्था,
और इलायची,
रूचि रूचि,
पान चबाओ रसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया।
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया,
ब्रज के रसिया,
मेरे मन बसिया,
आओ आओ जी,
भोग लगाओ रसिया।
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Author - Saroj Jangir
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