दर पे खड़ी हूँ पतंग बन के लिरिक्स
दर पे खड़ी हूँ पतंग बन के लिरिक्स Dar Pe Khadi Hu Patang Banke
दर पे खड़ी हूँ पतंग बन के,आओ भोले बाबा,
तुम डोर बन के,
दर पे खड़ी हूं।
कोई जल लाया बाबा,
कोई कच्चा दूध लिया,
तुमको नहलाएँगे मल मल के,
आओ भोले बाबा,
तुम डोर बन के।
कोई फूल लाया बाबा,
कोई बेल पाती लाया,
तुमपे चढ़ाएँगे सब मिल के,
आओ भोले बाबा,
तुम डोर बन के।
कोई फल लाया बाबा,
कोई धतूरा लाया,
तुमको खिलाएँगे,
सब मिल के,
आओ भोले बाबा,
तुम डोर बन के।
कोई धूप लाया बाबा,
कोई बाती लाया,
आरती उतारेंगे,
सब मिल के,
आओ भोले बाबा,
तुम दूर बनके।
कोई ढोलक लाया बाबा,
कोई चिमटा लाया,
महिमा हम गाएँगे,
सब मिल के,
आओ भोले बाबा,
तुम डोर बन के।
भोले बाबा एक और खूबसूरत भजन जरूर सुनें हम भोले को मनाएंगे आप भी हमारे साथ गाएं