एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली

एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली

एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली,
एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली,
खिला जो मेरा मन सारी बगिया खिली।

तू सूरज मैं सूरजमुखी हूँ पिया,
ना देखूँ तुझे तो खिले ना लागे जिया,
तेरे रंग मैं रंगी मेरे मन की कली,
खिला जो मेरा मन सारी बगिया खिली।

अनोखा हैं बंधन ये कँगन साजन,
बिना डोर के बंध गया मेरा मन,
तू जिधर ले चला मैं उधर ही चली,
खिला जो मेरा मन सारी बगिया खिली।

कभी जो ना बिछड़े वो साथी हूँ मैं,
तू मेरा दीया तेरा बाती हूँ मैं,
जो तो चाहा बुझी जलाया जली,
खिला जो मेरा मन सारी बगिया खिली।
 


एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली | Top Krishna Bhajan | Sadhvi Purnima Ji | 14.2.2022 दिल्ली @bansuripoonamdidi
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