फिलहाल जन्म में मैंने इतना कर्म कमाया है
फिलहाल जन्म में मैंने इतना कर्म कमाया है
फिलहाल जन्म में मैंने,इतना कर्म कमाया है,
मेरी मां ने मुझको,
खाटू का रास्ता दिखाया है।
चंदन है यहां की माटी,
अमृत है यहां का नीर,
यह दोनों मुझे मिले हैं,
मेरी बहुत बड़ी तकदीर,
मुख देख मेरे बाबा का,
चंदा भी शरमाया है,
मेरी मां ने मुझको,
खाटू का रास्ता दिखाया है।
खाटू में मुझको बाबा,
घर जैसा प्यार मिले,
तेरे चरणों की फुलवारी में,
मेरा परिवार खिले,
मुझ जैसे नालायक को,
लायक बनाया है,
मेरी मां ने मुझको,
खाटू का रास्ता दिखाया है।
जब तक मेरी सांस चलेगी,
करता रहूं गुणगान,
तुमसे ही इज्जत मेरी,
तुमसे मेरी पहचान,
मेरे भजनों का सागर,
तुमसे गहराया है,
मेरी मां ने मुझको,
खाटू का रास्ता दिखाया है।
Meri Maa Ne Mujhko Khatu Ka Rasta dikhaya || मेरी मां ने मुझको खाटू का रास्ता दिखाया By Sagar Prince