गिन गिन के स्तुति करु लिरिक्स Gin Gin Ke Stuti karu Lyrics
गिन गिन के स्तुति करु लिरिक्स Gin Gin Ke Stuti karu Lyrics
गिन गिन के स्तुति करु,बेशुमार तेरे दानों के लिए,
अब तक तूने संभाला मुझे,
अपनी बाहों में लिए हुए।
तेरे शत्रु का निशाना,
तुझ पर होगा ना सफल,
आँखो की पुतली जैसे,
वो रखेगा तुझे हर पल।
गिन गिन के स्तुति करु,
बेशुमार तेरे दानों के लिए,
अब तक तूने संभाला मुझे,
अपनी बाहों में लिए हुए।