गुरु रहमत से तर जायेगा लिरिक्स Guru Rahamat Se Tar Jayega Lyrics
गुरु रहमत से तर जायेगा लिरिक्स Guru Rahamat Se Tar Jayega Lyrics
गुरु रहमत से तर जायेगा,गुरु रहमत से तर जायेगा,
पार भव से उतर जायेगा।
जरा सत्संग मे आ के तो देख,
शीश चरणो मे धर के तो देख,
तेरा जीवन संवार जायेगा,
पार भव से उतर जायेगा,
गुरु रहमत से तर जायेगा।
गुरु की सेवा जिसे मिल गई,
उसके मन की कली खिल गई,
उसका जीवन तो तर जायेगा,
पार भव से उतर जायेगा,
गुरु रहमत से तर जायेगा।
खुश रहने की आदत बना,
सब जीवों का कर तू भला,
हर कोई तुझको ही चाहेगा,
पार भव से उतर जायेगा,
गुरु रहमत से तर जायेगा।