कालों का काल मेरा महाकाल भजन
देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं,
व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम्,
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं,
काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे।
पर्वत पर बैठा जो ओढ़े दुशाला,
कालों का काल वो है मेरा महाकाल।
योगी है संत है मस्त का मोजी है,
खुश है तो सृष्टि भी फूल उगलती है।
क्रोध में आए तो उगले है ज्वाल,
दुष्टों का काल वो है मेरा महाकाल,
जय श्री महाकाल जय श्री महाकाल।
पर्वत पर बैठा जो ओढ़े दुशाला,
कालों का काल वो है मेरा महाकाल।
जटाओं से जिसके गंगा बहती है,
अंग पर जिसके भस्म रमती हैं,
पल में वो दुष्टों को कर दे कपाल,
कालों का काल वो है मेरा महाकाल।
जय श्री महाकाल जय श्री महाकाल,
जय श्री महाकाल जय श्री महाकाल।
भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं, नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम्,
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं,
काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे।
पल में है योगी वो पल में विकराल है,
तांडव करता वो मेरा महाकाल है,
नाम स्मरण से जो दुख देता टाल,
कालों का काल वो है मेरा महाकाल।
जय श्री महाकाल जय श्री महाकाल,
जय श्री महाकाल जय श्री महाकाल।
पर्वत पर बैठा जो ओढ़े दुशाला,
कालों का काल वो है मेरा महाकाल।
योगी है संत है मस्त का मोजी है,
खुश है तो सृष्टि भी फूल उगलती है।
क्रोध में आए तो उगले है ज्वाल,
दुष्टों का काल वो है मेरा महाकाल,
जय श्री महाकाल जय श्री महाकाल। आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
Kalo Ka Kaal Mera Mahakal |Kaal Bhairavashtakam|Abhilipsa Panda | Akanksha| Rockstar Abhilipsa Panda