कान्हा की मुरली में क्या बल है जिसमें राधा

कान्हा की मुरली में क्या बल है जिसमें राधा मगन है

कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
राधा मगन है गोपियां मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।

कान्हा के पैरों में घुंघरू बिराजे,
कान्हा के पैरों में घुंघरू बिराजे,
घुंघरू बिराजे घुंघरू बिराजे,
घुंघरू की छम छम में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।

कान्हा के अंगों में पितांबर बिराजे,
कान्हा के अंगों में पितांबर बिराजे,
पितांबर बिराजे पितांबर बिराजे,
बंसी की धुन में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।
 
कान्हा के गले में वैजयंती माला,
कान्हा के गले में वैजयंती माला,
वैजयंती माला वैजयंती माला,
माला के मोतियों में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।

कान्हा के माथे पर मोर मुकुट है,
कान्हा के माथे पर मोर मुकुट है,
मोर मुकुट है मोर मुकुट है,
मोर के पंख में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।

लड्डू और पेड़े का भोग बना है,
लड्डू और पेड़े का भोग बना है,
भोग बना है भोग बना है,
माखन और मिश्री में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।

कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है,
राधा मगन है गोपियां मगन है,
कान्हा की मुरली में क्या बल है,
जिसमें राधा मगन है।
 


कृष्ण भजन | कान्हा की मुरली में क्या बल है जिसमे राधा मगन है | Radha Krishna Bhajan | Simran Rathore
 
कान्हा की मुरली में अनंत बल है। यह बल प्रेम, करुणा, दया और ज्ञान का बल है। कान्हा की मुरली की मधुर धुन मन को मोह लेती है और आत्मा को शांति प्रदान करती है।

कान्हा की मुरली में निम्नलिखित बल हैं:

  • प्रेम का बल: कान्हा की मुरली की मधुर धुन मन में प्रेम की भावना जागृत करती है। यह प्रेम सभी के लिए समान है, चाहे वह कोई भी हो, उसकी जाति, धर्म या रंग कोई भी हो।
  • करुणा का बल: कान्हा की मुरली की मधुर धुन मन में करुणा की भावना जागृत करती है। यह करुणा सभी प्राणियों के लिए है, चाहे वह मनुष्य हो, पशु हो या पक्षी।
  • दया का बल: कान्हा की मुरली की मधुर धुन मन में दया की भावना जागृत करती है। यह दया सभी के लिए है, चाहे वह कोई भी हो, उसका पाप या अपराध कुछ भी हो।
  • ज्ञान का बल: कान्हा की मुरली की मधुर धुन मन में ज्ञान की भावना जागृत करती है। यह ज्ञान सभी के लिए है, चाहे वह कोई भी हो, उसका शिक्षा स्तर कुछ भी हो।

कान्हा की मुरली की मधुर धुन मन को मोह लेती है और आत्मा को शांति प्रदान करती है। यह मन को भ्रम और अज्ञान से मुक्त करती है और उसे सत्य और ज्ञान की ओर ले जाती है।

कान्हा की मुरली का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। इसे एक पवित्र वस्तु माना जाता है। कान्हा की मुरली की मधुर धुन को सुनने से मन को शांति और आनंद मिलता है।
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