क्या कहूं कौन सी दौलत है गुरु लिरिक्स Kya Kahu Koun Si Doulat Lyrics
क्या कहूं कौन सी दौलत है गुरु लिरिक्स Kya Kahu Koun Si Doulat Lyrics
क्या कहूं कौन सी,दौलत है गुरु,
मेरा जीवन मेरी दुनिया,
मेरी जन्नत है गुरु।
बनाया इसी ने जीवन मेरा,
अंग अंग में है साया तेरा,
साया ही नहीं काया पर मेरी,
उपकार है इनकी रहमत का,
मेरी पूजा मेरी बरकत है गुरु,
मेरा जीवन मेरी दुनिया,
मेरी जन्नत है गुरु।
गुरु से मिली मुझे जिंदगी नई,
गुरु से है पाई खुशियां कई,
मेरे गुरुदेव जैसा कोई नहीं,
मेरे दिल में बसी मूरत है तेरी,
सांसों में नाम तुम्हारा,
मेरी पूजा मेरी बरकत है गुरु,
मेरा जीवन मेरी दुनिया,
मेरी जन्नत है गुरु।
जब से मिला प्रभु सहारा तेरा,
गम से हुआ छुटकारा मेरा,
खुशियों से भर गया दामन मेरा,
खुशियां है मिली रहमत है मिली,
भक्ति का पाया खजाना,
जन्मों जन्मों की इबादत है गुरु,
मेरा जीवन मेरी खुशियां,
मेरी जन्नत है गुरु।
मेरा तो भगवान गुरु,
राम गुरु घनश्याम गुरु,
दिल पर लिखा मैंने नाम गुरु,
माता है गुरु और पिता है गुरु,
गुरु ही ईश्वर मेरा,
जग से अलग,
एक रिश्ता है गुरु,
मेरा जीवन मेरी खुशियां,
मेरी जन्नत है गुरु।