लड़ फड़ के तेरा श्यामा हुन छडिया नही जांदा

लड़ फड़ के तेरा श्यामा हुन छडिया नही जांदा

लड़ फड़ के तेरा श्यामा,
हुन छडिया नही जांदा,
तेरे दर उत्ते आगी आ,
पीछे हटिया नही जांदा।

तस्वीर तेरी मोहना,
मेरे दिल विच बस गई है,
असी दस भी नही सकदे,
रोम रोम विच धस गई है,
जडो तारा धरक दिया ने फिर,
रुकिया नही जांदा,
लड़ फड़ के तेरा श्यामा,
हुन छडिया नही जांदा।

एहे प्रेम का सोह्दा है,
सिर धर दी वाजी है,
कोई समजे ना समजे,
मेरा यार ते राजी है,
आसा दिल च वासा लिया,
हुन कड़िया नही जांदा,
लड़ फड़ के तेरा श्यामा,
हुन छडिया नही जांदा।

एहे जाम महोबत दा,
इक वार जो पी लेनदा,
भूल जनदे ने गम सारे,
तेरी मस्ती च जी लेनदा ,
एहे मस्ती उतर दी नही,
नशा चढ़ के उतर जांदा,
लड़ फड़ के तेरा श्यामा,
हुन छडिया नही जांदा।
 



Lad Phad Ke Tera Shayma || Charanjit Bhajan Mandali Ferozepur|| punjab
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