ब्रह्मवैवर्त पुराण और गर्ग संहिता के अनुसार, भगवान कृष्ण और राधा का मिलन एक पूर्वनिर्धारित घटना थी। दोनों का मिलन सांकेतिक तीर्थ स्थान पर हुआ था, जिसे संकेत का शब्दार्थ है पूर्वनिर्दिष्ट मिलने का स्थान। सांकेतिक तीर्थ स्थान एक बहुत ही पवित्र स्थान है। यह माना जाता है कि इस स्थान पर भगवान कृष्ण और राधा का मिलन हुआ था। यहां हर साल राधाष्टमी से लेकर अनंत चतुर्दशी के दिन तक मेला लगता है। लोग इस मेले में आते हैं और भगवान कृष्ण और राधा की पूजा करते हैं।
आपने यह भी बताया कि इस स्थान पर राधा और कृष्ण का गंधर्व विवाह हुआ था। गंधर्व विवाह एक प्रकार का विवाह है जो बिना किसी सार्वजनिक समारोह के होता है। यह माना जाता है कि भगवान कृष्ण और राधा का विवाह भी इसी प्रकार हुआ था। यह एक बहुत ही सुंदर और रोमांटिक कहानी है। यह कहानी हमें बताती है कि प्रेम हमेशा जीत जाता है।
आपने यह भी बताया कि इस स्थान पर राधा और कृष्ण का गंधर्व विवाह हुआ था। गंधर्व विवाह एक प्रकार का विवाह है जो बिना किसी सार्वजनिक समारोह के होता है। यह माना जाता है कि भगवान कृष्ण और राधा का विवाह भी इसी प्रकार हुआ था। यह एक बहुत ही सुंदर और रोमांटिक कहानी है। यह कहानी हमें बताती है कि प्रेम हमेशा जीत जाता है।
मेरी राधा से कर दे सगाई लिरिक्स Meri Radha Se Kar De Sagai Lyrics : Radha Krishna Bhajan
प्यारी ओ प्यारी मैया,ओ प्यारी प्यारी मैया,
कहते है कृष्ण कन्हाई,
राधा से कर दे सगाई,
मेरी राधा से कर दे सगाई।
ना रे ना बोली मैया,
ना रे ना बोली मैया,
छोटो है छोटो तू कन्हाई,
कैसे मैं कर दूं सगाई
तेरी कैसे मैं कर दूँ सगाई।
सुंदर है सुंदर सबसे लगती है प्यारी,
देखा था कल ही लाते यमुना से झारी,
दिल कि भी सुंदर है यू बोले कन्हैया,
लगता पुराना कोई बन्धन है मैया,
बरसाने जा के कर दे,
बरसाने जा के कर दे,
रसमो की गोद भराई,
राधा से कर दे सगाई,
मेरी राधा से कर दे सगाई।
जादूगरी राधा का जादू है कृष्णा,
मीठी मीठी बातों में मेरे लाल ना फसना,
लाऊंगी ऐसी बहु लाखों में होगी,
तेरी सगाई ऐसी वैसी ना होगी,
राधा से कट्टी कर ले,
राधा से कट्टी कर ले,
तेरी है इस में भलाई,
कैसे मैं कर दूँ सगाई
तेरी कैसे मैं कर दूँ सगाई।
ना रे ना बोली मैया,
ना रे ना बोली मैया,
छोटो है छोटो तू कन्हाई,
कैसे मैं कर दूँ सगाई
तेरी कैसे मैं कर दूँ सगाई।
बहलाओ ना री मैया छोटो समझ कर,
जो भी मै बोला सारा सोच समझ कर ,
अब मै छोटा नहीं बड़ा हो गया हूँ,
बंसी बजाता उस के घर भी गया हूँ,
वो तो है भोली राधा,
वो तो है भोली राधा,
सहन ना सकेगी जुदाई,
राधा से कर दे सगाई,
मेरी राधा से कर दे सगाई।
लल्ला की प्यारी प्यारी बातों को सुनकर,
बोली मैया भी बोली राधा है सुंदर,
तेरी सगाई राधा रानी से होगी,
होगी बहु राधे रानी ही होगी,
लहरी खुशी से फूला,
लहरी ख़ुशी से फूला,
बाँटे रे बाँटे बधाई,
राधा और कान्हा की सगाई,
हो गई राधा और कान्हा की सगाई।।
प्यारी ओ प्यारी मैया,
ओ प्यारी प्यारी मैया,
कहते है कृष्ण कन्हाई,
राधा से कर दे सगाई,
मेरी राधा से कर दे सगाई।