सत्यमेव जयते लिरिक्स
सत्यमेव जयते लिरिक्स Satyamev Jayate
मिला हैं रक्त खाकी में,यू डग क्यू समझ रहा हैं,
ये सत्य का प्रतिक है,
तू सत्य पथ पे चल रहा है।
हुआ ही क्या जो तू गिरा,
तू उठ के फिर गुहार दे,
अपराधियों के वृक्ष को तू,
जड़ से ही उखाड़ दे,
गूंजेगा गूंजेगा गूंजेगा एक नाद।
सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते,
अपराधियों में भय।
कोसेगी तुझको दुनिया,
कर्म पथ पे चलने वालो की,
सौगात है यही।
अँधियारे इस जंहा में,
तू न्याय की किरण को,
एक उभर दे नई।
ये अग्नी पथ ही कर्म पथ है,
अग्नी पथ पे चलता चल,
इस अग्नी पथ पे चलना ही है,
धर्म तेरा आज,
गूंजेगा गूंजेगा गूंजेगा एक नाद।
सत्यमेव जयते सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते अपराधियों में भय।
तू सुर्य सा प्रतापी,
तेरे रक्त में उबाल है,
राख कर गुनाहों को,
तू सत्य की मशाल से,
सत्य की मशाल से,
सत्य की मशाल से।
थर थराता हैं बदन,
और आत्मा से कांपते,
तू जंहा खड़ा रहे वह,
वहा से वो हैं भागते,
अपराधियों से लड़ता चल,
है देश तेरे साथ,
गूंजेगा गूंजेगा गूंजेगा एक नाद।
सत्यमेव जयते सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते अपराधियों में भय।
ये सत्य का प्रतिक है,
तू सत्य पथ पे चल रहा है।
हुआ ही क्या जो तू गिरा,
तू उठ के फिर गुहार दे,
अपराधियों के वृक्ष को तू,
जड़ से ही उखाड़ दे,
गूंजेगा गूंजेगा गूंजेगा एक नाद।
सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते,
अपराधियों में भय।
कोसेगी तुझको दुनिया,
कर्म पथ पे चलने वालो की,
सौगात है यही।
अँधियारे इस जंहा में,
तू न्याय की किरण को,
एक उभर दे नई।
ये अग्नी पथ ही कर्म पथ है,
अग्नी पथ पे चलता चल,
इस अग्नी पथ पे चलना ही है,
धर्म तेरा आज,
गूंजेगा गूंजेगा गूंजेगा एक नाद।
सत्यमेव जयते सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते अपराधियों में भय।
तू सुर्य सा प्रतापी,
तेरे रक्त में उबाल है,
राख कर गुनाहों को,
तू सत्य की मशाल से,
सत्य की मशाल से,
सत्य की मशाल से।
थर थराता हैं बदन,
और आत्मा से कांपते,
तू जंहा खड़ा रहे वह,
वहा से वो हैं भागते,
अपराधियों से लड़ता चल,
है देश तेरे साथ,
गूंजेगा गूंजेगा गूंजेगा एक नाद।
सत्यमेव जयते सत्यमेव जयते,
सत्यमेव जयते अपराधियों में भय।
Satyameva Jayate | Song | Shivahari Varma | Himanshu Singh Rajawat | Pritam Tak | Kalyan Studio