आ गए नवराते तू भी आजा माता रानिये लिरिक्स Aagaye Navrate Lyrics


Naye Bhajano Ke Lyrics

आ गए नवराते तू भी आजा माता रानिये लिरिक्स Aagaye Navrate Lyrics

आ गए नवराते तू भी,
आजा माता रानिये,
आ गए नवराते तू भी,
आजा माता रानिये,
भाग अपनी बेटी के,
जगाजा माता रानिये।

श्रद्धा के फूल तेरी,
राहो में बिछाये है,
आसान सजाया तेरा,
जयकारे लगाए है,
आके अपनी ज्योति में,
समाजा माता रानिये,
भाग अपनी बेटी के,
जगाजा माता रानिये।

व्रत रोज रखुगी माँ,
भेट तेरी गाऊंगी,
अष्टमी पे कंजके और,
लोकड़ा जिमाऊगी,
भोग तू भी आके,
लगाजा माता रानिये,
भाग अपनी बेटी के,
जगाजा माता रानिये।
 



आजा माता रानिये I Aaja Mata Raniye I SURABHI SINGH I New Latest Devi Bhajan I Full HD Video Song

 
"आ गए नवराते तू भी, आजा माता रानिये" भजन में भक्त माता रानी से नवरात्रि के अवसर पर उनके दरबार में आने का आग्रह कर रही है। भक्त कहती है कि उसने श्रद्धा के फूलों से माता रानी की राहें बिछा दी हैं और उनका आसन सजा दिया है। वह माता रानी के जयकारे लगा रही है और उन्हें अपने घर बुला रही है। भक्त कहती है कि वह नवरात्रि के नौ दिनों तक व्रत रखेगी और माता रानी की भेट गाएगी। अष्टमी के दिन वह कंजके और लोकड़ा जिमाएगी। भक्त माता रानी से आग्रह करती है कि वह नवरात्रि के दौरान उनके घर आकर भोग लगाएं।

भजन का अर्थ निम्नलिखित है:
"आ गए नवराते तू भी, आजा माता रानिये" - भक्त नवरात्रि के आने की खुशी में माता रानी से उनके दरबार में आने का आग्रह कर रही है।
"भाग अपनी बेटी के, जगाजा माता रानिये" - भक्त कहती है कि वह माता रानी की बेटी है और माता रानी को उसके घर आना चाहिए।

"श्रद्धा के फूल तेरी, राहो में बिछाये है" - भक्त ने माता रानी के स्वागत के लिए श्रद्धा के फूलों से उनकी राहें बिछा दी हैं।
"आसान सजाया तेरा, जयकारे लगाए है" - भक्त ने माता रानी के लिए आसन सजा दिया है और उनके जयकारे लगा रही है।
"आके अपनी ज्योति में, समाजा माता रानिये" - भक्त माता रानी से आग्रह करती है कि वह अपनी ज्योति में समा जाएं।
"भाग अपनी बेटी के, जगाजा माता रानिये" - भक्त कहती है कि वह माता रानी की बेटी है और माता रानी को उसके घर आना चाहिए।

"व्रत रोज रखुगी माँ, भेट तेरी गाऊंगी" - भक्त नवरात्रि के नौ दिनों तक व्रत रखेगी और माता रानी की भेट गाएगी।
"अष्टमी पे कंजके और, लोकड़ा जिमाऊगी" - अष्टमी के दिन भक्त कंजके और लोकड़ा जिमाएगी।
"भोग तू भी आके, लगाजा माता रानिये" - भक्त माता रानी से आग्रह करती है कि वह नवरात्रि के दौरान उनके घर आकर भोग लगाएं।
"भाग अपनी बेटी के, जगाजा माता रानिये" - भक्त कहती है कि वह माता रानी की बेटी है और माता रानी को उसके घर आना चाहिए।

यह भजन माता रानी की भक्ति का एक भावपूर्ण वर्णन है। भक्त माता रानी के दरबार में आने के लिए उत्सुक है और उन्हें नवरात्रि के दौरान अपने घर आकर आशीर्वाद देने के लिए आमंत्रित करती है।
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