भैरों बाबा तुम्हे सारे बधाई देने आये है लिरिक्स Bhairo Baba Tumhe Sare Badhai Lyrics

भैरव या भैरवनाथ को हिंदू धर्म में शिव के पांचवे अवतार माना जाता है। उन्हें शिव के उग्र रूप के रूप में भी जाना जाता है, जो बुराई और बाधाओं का नाश करते हैं। भैरव का शाब्दिक अर्थ है "भय से रक्षा करने वाला"। वे अपने भक्तों को सभी प्रकार की परेशानियों और कठिनाइयों से बचाते हैं। भैरव को अक्सर एक काले रंग के लंबे बालों और दाढ़ी वाले एक विशालकाय पुरुष के रूप में चित्रित किया जाता है। उनके सिर पर एक त्रिशूल होता है, और उनके हाथों में एक डमरू, एक खप्पर, और एक गदा होती है। भैरव जी का वाहन काला कुत्ता  हैं। भैरव की पूजा पूरे भारत में की जाती है। उनके कई मंदिर पूरे देश में स्थित हैं। भैरव की पूजा विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान की जाती है।

Naye Bhajano Ke Lyrics

भैरों बाबा तुम्हे सारे बधाई देने आये है लिरिक्स Bhairo Baba Tumhe Sare Badhai Lyrics

भैरों बाबा तुम्हे,
सारे बधाई देने आये है,
जयंती भैरों बाबा की,
मनाने हम भी आये है,
भैरों बाबा तुम्हे,
सारे बधाई देने आये है।

सजाया काल भैरव को,
बड़े ही प्यार से हमने,
नजर लग जाए न तुमको,
ये तुम से कहने आये है,
भैरों बाबा तुम्हे,
सारे बधाई देने आये है।

हो शिव के रूप भैरव जी,
मनाते है सभी तुम को,
गुरु को रख के प्यारे की,
बलिईयां लेने आये है,
भैरों बाबा तुम्हे,
सारे बधाई देने आये है।

सभी के काम बनते,
काल भैरव की तपस्या से,
तुम्हरा नाम लेकर के,
बनाने काम आये है,
भैरों बाबा तुम्हे,
सारे बधाई देने आये है।

सभी धामों से भैरव जी,
तुम्हारा धाम है ऊंचा,
मिला जो कही नही हम को,
सभी कुछ तुम से पाए है,
भैरों बाबा तुम्हे,
सारे बधाई देने आये है।
 



भैरव बाबा तुम्हे सब बधाई देने आये है - Bhairava Ashtami 2020 - Sanjay Gulati - Bhairava Jayanti

 
भैरों बाबा हिंदू धर्म में भगवान शिव के एक उग्र रूप हैं। उन्हें भगवान शिव के गण के रूप में भी जाना जाता है, जो उनके अनुयायी और सहायक हैं। भैरों बाबा को बुराई और बाधाओं का नाश करने वाला माना जाता है। वे अपने भक्तों को सभी प्रकार की परेशानियों और कठिनाइयों से बचाते हैं।

भैरों बाबा को अक्सर एक काले रंग के लंबे बालों और दाढ़ी वाले एक विशालकाय पुरुष के रूप में चित्रित किया जाता है। उनके सिर पर एक त्रिशूल होता है, और उनके हाथों में एक डमरू, एक खप्पर, और एक गदा होती है। वे अक्सर एक काले कुत्ते के साथ घूमते हुए देखे जाते हैं।

भैरों बाबा की पूजा पूरे भारत में की जाती है। उनके कई मंदिर पूरे देश में स्थित हैं। भैरों बाबा की पूजा विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान की जाती है। यह एक बहुत ही सुंदर भजन है। यह भैरव बाबा की जयंती पर उनके भक्तों द्वारा गाया जाता है। भजन में, भक्त भैरव बाबा को बधाई देते हैं और उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देते हैं। वे भैरव बाबा से अपने सभी कार्यों में सफलता और सुरक्षा प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं। भजन में, भक्त भैरव बाबा को शिव का रूप कहते हैं। वे कहते हैं कि भैरव बाबा सभी को प्यार करते हैं और उनकी रक्षा करते हैं। भक्त भैरव बाबा से अपने गुरु को भी आशीर्वाद देने की प्रार्थना करते हैं।

भजन का अंत भक्तों के आभार के साथ होता है। वे कहते हैं कि भैरव बाबा ने उन्हें वह सब कुछ दिया है जो उन्हें कहीं और नहीं मिला। यह भजन भक्तों के भैरव बाबा के प्रति प्रेम और श्रद्धा को प्रदर्शित करता है। यह भैरव बाबा की कृपा के लिए एक प्रार्थना भी है। "भैरों बाबा तुम्हे, सारे बधाई देने आये है, जयंती भैरों बाबा की, मनाने हम भी आये है, भैरों बाबा तुम्हे, सारे बधाई देने आये है।"

इस अंश में, भक्त भैरव बाबा को बधाई देने के लिए उनके मंदिर में आते हैं। वे भैरव बाबा की जयंती मनाने के लिए भी आते हैं।

"सजाया काल भैरव को, बड़े ही प्यार से हमने, नजर लग जाए न तुमको, ये तुम से कहने आये है, भैरों बाबा तुम्हे, सारे बधाई देने आये है।" इस अंश में, भक्त भैरव बाबा के मंदिर को सजाते हैं ताकि वह सुंदर और आकर्षक लगे। वे भैरव बाबा से अपने मंदिर को किसी भी बुरी नजर से बचाने की प्रार्थना करते हैं।

"हो शिव के रूप भैरव जी, मनाते है सभी तुम को, गुरु को रख के प्यारे की, बलिईयां लेने आये है, भैरों बाबा तुम्हे, सारे बधाई देने आये है।" इस अंश में, भक्त भैरव बाबा को शिव का रूप मानते हैं। वे सभी भक्तों के लिए भैरव बाबा की पूजा करते हैं। वे अपने गुरु को भैरव बाबा के सामने रखकर उनकी पूजा करते हैं।
"सभी के काम बनते, काल भैरव की तपस्या से, तुम्हरा नाम लेकर के, बनाने काम आये है, भैरों बाबा तुम्हे, सारे बधाई देने आये है।"

इस अंश में, भक्त भैरव बाबा की तपस्या की शक्ति में विश्वास करते हैं। वे कहते हैं कि भैरव बाबा की तपस्या से सभी के काम बनते हैं। वे भैरव बाबा का नाम लेकर अपने कामों को पूरा करने के लिए आते हैं। "सभी धामों से भैरव जी, तुम्हारा धाम है ऊंचा, मिला जो कही नही हम को, सभी कुछ तुम से पाए है, भैरों बाबा तुम्हे, सारे बधाई देने आये है।।" इस अंश में, भक्त भैरव बाबा के मंदिर को सभी धामों से ऊंचा मानते हैं। वे कहते हैं कि उन्हें वह सब कुछ मिला है जो उन्हें कहीं और नहीं मिला। वे भैरव बाबा को इसके लिए धन्यवाद देते हैं।
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