श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं लिरिक्स Shri Banke Bihari Bhajan Lyrics
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
आरती गाऊं प्यारे तुमको रिझाऊं,
आरती गाऊं प्यारे तुमको रिझाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे,
मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे,
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे,
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
जिसने सारी दुनिया तारी,
जिसने सारी दुनिया तारी,
मदन गोपाल तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
श्री हरि बाबा के प्यारे तुम हो,
श्री हरि बाबा के प्यारे तुम हो,
मेरे प्यारे जीवन धन हो,
मेरे प्यारे जीवन धन हो,
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
मदन गोपाल तेरी आरती गाऊं,
कुंज बिहारी तेरी आरती गाऊं,
हे श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं,
हे श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं Shri Banke Bihari Teri Aarti Gaun | Krishna Aarti | Krishna Bhajan
आरती की तीसरी पंक्ति में, भक्त भगवान कृष्ण के चरण जल से निकली गंगा की प्रशंसा करते हैं। वे कहते हैं कि गंगा नदी सारी दुनिया को जीवन देती है, और भगवान कृष्ण की कृपा के कारण ही यह संभव हो पाया है।
आरती की चौथी पंक्ति में, भक्त भगवान कृष्ण को अपने और अपने परिवार के लिए एक आशीर्वाद के रूप में देखते हैं। वे कहते हैं कि भगवान कृष्ण ही उनके जीवन का धन हैं।
आरती की अंतिम पंक्ति में, भक्त भगवान कृष्ण के सभी नामों का उल्लेख करते हैं। वे कहते हैं कि वे सभी नामों से भगवान कृष्ण की आरती करते हैं। यह आरती भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और प्रेम व्यक्त करने में मदद करती है। यह एक बहुत ही शक्तिशाली और प्रेरणादायक आरती है।