आरती श्री गुरुदेव की गाऊं लिरिक्स
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं लिरिक्स
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं,
मन मंदिर में ज्योत जगाकर,
श्री गुरुदेव का दर्शन पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु महेश्वर,
गुरु ही वेद पुराण प्राणेश्वर,
कर वंदन नित शीश झुकाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
ज्ञान ध्यान ईश्वर की भक्ति,
बिन गुरुकृपा मिले नहीं मुक्ति,
निशिदिन श्री गुरुदेव मनाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
गुरुमंत्र गुरु वाक्य अनूठा,
नाम जपत आवत है झूठा,
कर रसपान अमर फल पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
काग से हंस बनावे स्वामी,
गोविन्द मिलन करावे स्वामी,
गुरु कृपा पै बलि बलि जाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
जो जन प्रेम से आरती गावे,
मधुप सदा सुख शान्ति पावे,
चापत चरण शरण सुख पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं,
मन मंदिर में ज्योत जगाकर,
श्री गुरुदेव का दर्शन पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
मन मंदिर में ज्योत जगाकर,
श्री गुरुदेव का दर्शन पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु महेश्वर,
गुरु ही वेद पुराण प्राणेश्वर,
कर वंदन नित शीश झुकाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
ज्ञान ध्यान ईश्वर की भक्ति,
बिन गुरुकृपा मिले नहीं मुक्ति,
निशिदिन श्री गुरुदेव मनाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
गुरुमंत्र गुरु वाक्य अनूठा,
नाम जपत आवत है झूठा,
कर रसपान अमर फल पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
काग से हंस बनावे स्वामी,
गोविन्द मिलन करावे स्वामी,
गुरु कृपा पै बलि बलि जाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
जो जन प्रेम से आरती गावे,
मधुप सदा सुख शान्ति पावे,
चापत चरण शरण सुख पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं,
मन मंदिर में ज्योत जगाकर,
श्री गुरुदेव का दर्शन पाऊं,
आरती श्री गुरुदेव की गाऊं।
GURU AARTI - ॐ जय गुरुदेव दयानिधि दीनन हितकारी ( Narayan Dutt Shrimali)
